Monday, December 7, 2009


लव ट्रायंगल रेडियो
बतौर अभिनेता हिमेश रेशमिया कि यह तीसरी फिल्म हैं। अपनी पिछली फिल्म के फलाWप हो जाने के बाद हिमेश को अपनी इस फिल्म से काफी उम्मीदें हैं, जो कि होनी भी चाहिए। हालांकि संगीत और गायन के क्षेत्र में हिमेश ने शोहरत की इबारत अपने नाम लिख ली है परंतु अभिनय के क्षेत्र में सफलता पाने के लिए उन्हें थोड़ी और मेहनत करनी पड़ेगी। बहरहाल रेडियो फिल्म को लेकर दर्शकों में वैसा उत्साह देखने को नहीं मिला जो कि उनकी पिछली दो फिल्मों को लेकर था लेकिन हिमेश के भाव-विहीन अभिनय छोड़ दिया जाए तो यदि थोड़ी और मेहनत की जाती तो फिल्म और भी अच्छी बन सकती थी। गीत-संगीत की दृष्टि से रेडियो अच्छी है और इसके कई गाने लोगों की जुबान पर चढ़ने के साथ-साथ मोबाइल रिंगटोन बन चुके हैं। फिल्म में हिमेश के बाद दो अहम पात्र पूजा यानि सोनल सहगल तथा शनाया यानि शाहनाज ट्रेजरीवाला ने अपने-अपने अभिनय से प्रभावित किया है। सदाबहार परेश रावल ने अपने किरदार को पूरी ईमानदारी के साथ निभाया है। इस फिल्म की कहानी की बात करें तो यह रेडियो जाWकी यानि आर जे के जीवन पर बेस्ड है। फिल्म में आरजे विवान बने हिमेश जिंदगी की परेशानियों से जूझ रहे हैं। शादी के कुछ समय बाद उसका तलाक हो गया है। उसकी जिंदगी में शनाया की एंट्री होती है जो उसे समझने के साथ-साथ उसके डांवाडोल हो रहे कैरियर को संभालने में मदद करती है। उधर विवान की पहली पत्नी पूजा को भी अपनी गल्तियों का एहसास होता है और वो विवान के पास वापस लौटना चाहती है। तिकोण हो रहे प्रेम प्रसंग को दिलचस्प बना कर दिखाया गया है। कथानक और निदेशन की दृष्टि से फिल्म को सराहा जा सकता है जो आज के युवाओं को अच्छी लगेगी। निर्देशक इशान त्रिवेदी ने अपनी पिछली फिल्मों की तुलना में ज्यादा अच्छा वर्क किया है।

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